Share Price Today : विगत कुछ दिनों में वेदांता, जो कि भारत के प्रमुख औद्योगिक समूहों में से एक है, में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले हैं। इस दशहरे के अवसर पर कंपनी ने अपने मैनेजमेंट में बड़े बदलाव किए हैं। अनिल अग्रवाल के नेतृत्व वाली यह कंपनी खनन और धातु क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान रखती है। इन बदलावों में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि अजय गोयल को एक बार फिर से कंपनी में चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) के रूप में नियुक्त किया गया है। गोयल ने छह महीने पहले ही एडटेक फर्म बायजू से जुड़ने का निर्णय लिया था। लेकिन, उन्होंने हाल ही में बायजू से इस्तीफा दे दिया और वेदांता में वापसी करने का फैसला किया।
वेदांता में यह बदलाव तब हुआ है जब कंपनी की मौजूदा CFO, सोनल श्रीवास्तव, ने व्यक्तिगत कारणों से अपने पद से इस्तीफा दिया। गौरतलब है कि पिछले दो सालों में वेदांता के तीन CFO अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। गोयल इससे पहले भी अक्टूबर 2021 से अप्रैल 2023 तक वेदांता में CFO के पद पर कार्यरत रहे हैं। उनके इस नए कार्यकाल की शुरुआत 30 अक्टूबर से होगी। उनकी वापसी को कंपनी के लिए एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है, क्योंकि वह पहले भी कंपनी के वित्तीय प्रबंधन में अहम भूमिका निभा चुके हैं।
वेदांता शेयर को लेकर ताजा अपडेट
वेदांता लिमिटेड में गोयल की वापसी ने शेयर बाजार में एक नई उम्मीद जगाई है, और यह संभावना है कि बुधवार को कंपनी के शेयरों में तेजी दिखाई देगी। यह उल्लेखनीय है कि सोमवार को, कंपनी के शेयरों ने 3.44% की गिरावट दर्ज की थी, जिसके कारण शेयर की कीमत 215.05 रुपये पर बंद हुई थी। यह गिरावट पिछले सत्र में 7.65 रुपये की थी।
इसके अलावा, आज दशहरा के अवसर पर शेयर बाजार बंद है, जिससे कारोबारी गतिविधियाँ स्थगित हैं। शेयर की बात करें तो, 52 हफ्तों के दौरान इसका उच्चतम स्तर 340.75 रुपये रहा है, जो कि 20 जनवरी को दर्ज किया गया था। वहीं, इसका न्यूनतम स्तर 207.85 रुपये रहा है, जो कि 28 सितंबर को दर्ज किया गया था।
कर्ज के बोझ में दबी है कंपनी
वेदांता लिमिटेड वित्तीय संकट में फंसती जा रही है। इसकी मातृ कंपनी, यूके स्थित वेदांता रिसोर्सेज, भी कठिनाईयों का सामना कर रही है, जो कंपनी के लिए चिंता का विषय है। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने वेदांता की रेटिंग को B- से घटाकर CCC कर दिया है, और कंपनी को क्रेडिट वॉच लिस्ट में भी डाला है। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने भी कंपनी की रेटिंग में कटौती की है। वेदांता रिसोर्सेज के समक्ष वित्तीय चुनौतियां बढ़ गई हैं, क्योंकि उसे 2024 में दो अरब डॉलर और 2025 में 1.2 अरब डॉलर का बॉन्ड चुकाना है। यह कंपनी के लिए एक बड़ी चुनौती है, और इसके लिए कंपनी को अपनी वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए कठिन कदम उठाने पड़ सकते हैं।
डिस्क्लेमर:- निवेश करना एक सावधानीपूर्ण कदम है जिसमें अनेक जोखिम और संभावनाएँ होती हैं। वेदांता जैसी बड़ी कंपनियों में निवेश से पहले अवश्य ही वित्तीय विशेषज्ञ, सलाहकार या अन्य पेशेवर व्यक्ति से परामर्श लेना चाहिए। विशेषज्ञ आपको निवेश के लाभ, जोखिम, और अन्य संभावित फायदे और नुकसान के बारे में सटीक जानकारी देंगे।